हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को कार्तिक अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस साल कार्तिक अमावस्या 12 नवंबर, 2024 को दिन मंगलवार को पड़ रही है। कार्तिक अमावस्या के दिन स्नान, दान और श्राद्ध का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कार्तिक अमावस्या की तिथि और शुभ मुहूर्त:
* कार्तिक अमावस्या तिथि प्रारंभ: 11 नवंबर, 2024 को रात 09:14 बजे
* कार्तिक अमावस्या तिथि समाप्त: 12 नवंबर, 2024 को शाम 06:36 बजे
* सर्वार्थ सिद्धि योग: 12 नवंबर, 2024 को प्रातः 06:17 बजे से 08:31 बजे तक
* अमृत काल: 12 नवंबर, 2024 को प्रातः 10:43 बजे से दोपहर 12:28 बजे तक
कार्तिक अमावस्या का महत्व:
हिंदू धर्म में कार्तिक अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान, दान और श्राद्ध का बहुत पुण्य माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस दिन तुलसी पूजा, दीपदान और यज्ञ करने का भी विशेष महत्व है।
कार्तिक अमावस्या की पूजा विधि:
1. सुबह उठकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. अपने घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
3. तुलसी के पौधे की पूजा करें।
4. पितरों का तर्पण करें।
5. दान करें।
6. जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं।
7. शाम को यज्ञ करें।
कार्तिक अमावस्या के लाभ:
* कार्तिक अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।
* इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
* तुलसी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
* दीपदान करने से व्यक्ति के जीवन में प्रकाश आता है।
* यज्ञ करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।